निषिद्ध सुखों से लुभाए जाने पर, अगाथा परमानंद में समर्पित हो जाती है। निषिद्ध सुखों से लुभाए जाने पर, अगाथा परमानंद में समर्पित हो जाती है। %d8%a7%d8%a8%d9%86%d8%a7%d8%b3%d8%a8%d8%a7%d9%84%d8%a7%d8%a8%d8%a7%d9%84%d8%a8%d9%86%d8%aa%d8%a7%d9%84%d8%ad%d9%86%d8%a7%d8%a1